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Article Name : | | इतिहास संस्कृती आणि भाषांतर ग्रामीण जीवनांचे प्रत्ययकारी दर्शन : बेनवाड | Author Name : | | प्रा.डॉ. आय.जे. तांबोळी | Publisher : | | Ashok Yakkaldevi | Article Series No. : | | ROR-9807 | Article : | | | Author Profile | Abstract : | | जीवन म्हटले की अनुकूल आणि प्रतिकूल अशी पाठशिवणी सतत असते. सुख-दु:खाचा बहुपदरीपणा हाच तर कवीला वा लेखकाला साहित्यनिर्मिती करायला प्रेरक ठरत असतो. | Keywords : | | |
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