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Article Name : | | ‘‘आलमगीर‘‘ वरदान के अभिशाप‘‘ (ले, भीष्म साहनी, सम्पूर्ण नाटक, भाग.१, राजकमल प्रकाशन.नवी दिल्ली, प्र.आ. २०११) | Author Name : | | Dr. Hitesh Gandhi | Publisher : | | Ashok Yakkaldevi | Article Series No. : | | ROR-9588 | Article : | | | Author Profile | Abstract : | | विभाजन विषयक साहित्त्य अने खासकरीने ‘‘तमस‘‘ नवलकथा अने विशेषे धारावाहिकथी वधु जाणीता भीष्म साहनीअे भाग्यरेखा, पहला पाठ, भटकती राखए पटीरयां, वाड्ंच, शोभायात्रा, निशाचर, पाली, डायन जेवा वार्ता संग्रहो आप्या छ, झरोखे, कडियां, तमस, वसंती, मयादास की माडी, कूंतो, नीलू नीलिमा नीलोफर जेवी नवलकथाओ उपरांत हानूश, कबिराखडा बजारमें, माधवी, मुआवज, रंग दे बसंती चोला अने आलमगीर जेवा नाटको आप्या छे.
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