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Article Name : | | संत एकनाथांच्या साहित्यातील समाजदर्शन | Author Name : | | प्रा. डॉ. राजेंद्र वाटाणे | Publisher : | | Ashok Yakkaldevi | Article Series No. : | | ROR-9441 | Article : | | | Author Profile | Abstract : | | संत साहित्य हे भारतीय संस्कृतीचे आणि अद्वैत विचारसरणीचे संचित आहे. संतांनी आपली वाणी आणि लेखनी लोककल्याणासाठी खर्ची घातली. त्यामुळेच त्यांच्या व्यक्तित्वात कृती आणि उक्तीचा अपूर्व मेळ आढळतो. ‘जे जे भेटे भूत। | Keywords : | | |
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