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Article Name : | | सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' की कहानियों में स्वाधीन चेतना: मुक्ति की छटपटाहट | Author Name : | | सुनील कुमार राय | Publisher : | | Ashok Yakkaldevi | Article Series No. : | | ROR-9368 | Article : | | | Author Profile | Abstract : | | निराला की स्वाधीन चेतना वैसे तो उनके समग्र साहित्य में मिलती है, लेकिन उनके गद्य में यह ज्यादा मुखर रूप में हैं संपूर्ण कथा सहित्य का सृजन ही उन्होंने भारतीय समाज में मुक्ति की आकांक्षा अर्थात स्वाधीन चेतना लाने के उद्देश्य से किया था। | Keywords : | | - 'निराला' की कहानियों में स्वाधीन चेतना,
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