|
Article Details :: |
|
|
| Article Name : | | | संत श्री तुकाविप्रांचा सार्थ हरिपाठ | | Author Name : | | | भारती रेवडकर | | Publisher : | | | Ashok Yakkaldevi | | Article Series No. : | | | ROR-894 | | Article : | |  | Author Profile | | Abstract : | | | संत श्री ज्ञानेश्वर, संत तुकाराम , संत नामदेव इ. संतांच्या परंपरेतूनच पुढे संत तुकाविप्रांनी हरिपाठाच्या अभंगाची रचना केली . कारण या सर्व संतांच्या वाडा.मय निर्मितीच्या ज्या प्रेरणा होत्या त्याच प्रेरणेतून संत तुकाविप्रांनी आपली वाडा.मयनिर्मिती केली . या सर्व संतांच्या वाड.मयाचे संस्कार तुकाविप्रांवर असल्यामुळे या संस्कारातूनच असल्यामुळे संस्कारातून तुकाविप्रांनीही हरिपाठाचे लेखन केले. | | Keywords : | | - अभंगाची रचना
buscopan ibs relief read buscopan csepp ,अभंगाची रचनाminoxidil forum open minoxidil 5 lekarna stalevo 125 mg go stalevo dose ,अभंगाची रचनाminoxidil forum open minoxidil 5 lekarna stalevo 125 mg go stalevo dose ,अभंगाची रचनाbuscopan ibs relief read buscopan csepp ,
|
|
|
|