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Article Details :: |
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| Article Name : | | | श्रीकांत देशमुख यांच्या कवितेतील मिथके आणि आदिबंध | | Author Name : | | | डाॅ. कविता मुरुमकर | | Publisher : | | | Ashok Yakkaldevi | | Article Series No. : | | | ROR-7536 | | Article : | |  | Author Profile | | Abstract : | | | आदिम व प्रगत या दोन्ही मानव समाजात मिथके आढळतात. मिथकांची निर्मिती मानवी संस्कृतीच्या विकासाच्या दुस-या टप्प्यावर झाली. मानवाने भाषेचा शोध लावला. भाषेच्या साहयाने तो निसर्गाची गूढे उकलू लागला व त्याचा अन्वयार्थ लावू लागला. निसर्गातील विविध घटितांचा अन्वयार्थ लावताना मिथकाची निर्मिती झााली. | | Keywords : | | |
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