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Article Name : | | भगवानदास मोरवाल के कथा साहित्य में मेवाती समाज के सम्बन्धों का समाजशास्त्रीय दृष्टिकोण से अध्ययन | Author Name : | | डाॅ. वरिन्दरजीत कौर | Publisher : | | Ashok Yakkaldevi | Article Series No. : | | ROR-5517 | Article : | | | Author Profile | Abstract : | | मनुष्य दूसरे लोगों से पृथक रहकर अपने मानवीय अस्तित्व की रक्षा नहीं कर सकता है। यदि वह मनुष्य की भांति रहना चाहता है और अपने अस्तित्व की रक्षा करना चाहता है तो उसे अपने आस पास के व्यक्तियों से सम्बन्ध स्थापित करने होंगे। | Keywords : | | - भगवानदास मोरवाल के कथा साहित्य,मेवाती समाज,
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