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Article Name : | | भारतीय भाषा के सिनेमा और हाशिए का समाज (सत्यजीत राय जी की सद्गति(हिन्दी), केतन महेता की भव नी भवाई(गुजराती) और नागराज मंजुले(मराठी) की सैराट के विशेष संदर्भ में) | Author Name : | | डॉ. हितेश एन. गांधी | Publisher : | | Ashok Yakkaldevi | Article Series No. : | | ROR-5145 | Article : | | | Author Profile | Abstract : | | दलित उत्पीडन भारतीय लोकतंत्र को महान बनने के रस्ते में व्यवधान बना रहता हैं. कोई न कोई प्रदेश में दलितो पें अत्याचार की घटना सामने आती हैं तब राजनैतिक के बयानबाजी बिना कुछ भी नहीं होता .समाज में आज भी दलितों की तस्वीर में कोइ बदलाव नही हैं. हाल ही में हुए दलित उत्पीडन की घटनाओ कें कारण फिर चर्चा होने लगी हैं कि कब परिस्थिति में सुधार आयेगा? | Keywords : | | - भारतीय भाषा के सिनेमा,सैराट,
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