|
Article Details :: |
|
|
| Article Name : | | | सुर्यबाला के कथा साहित्य में चित्रित महानगरीय जीवनबोध | | Author Name : | | | संध्या धा. धुले | | Publisher : | | | Ashok Yakkaldevi | | Article Series No. : | | | ROR-4631 | | Article : | |  | Author Profile | | Abstract : | | | ‘नगर’ उसे कहा जाता है, जहाँ लोग उद्योग को अपनी उपजीविका का मुख्य स्त्रोत मानते है। ‘नगर’ में व्यापार की गतिविधि और स्पर्धा बहुत तेज होती है। | | Keywords : | | - सुर्यबाला के कथा साहित्य,महानगरीय,
|
|
|
|