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Article Name : | | मध्यकालीन भक्ति के दो पक्षः सगुण और निर्गुण | Author Name : | | डाॅ. मनोज आर. पटेल | Publisher : | | Ashok Yakkaldevi | Article Series No. : | | ROR-3413 | Article : | | | Author Profile | Abstract : | | भारतीय दर्शन ब्रह्मा के स्वरूप का विवेचना मुख्यतया दो रूपों में हुआ है-निर्गुण और सगुण। इन्हीं दों रूपों को आधार पर हिन्दी में भक्ति की दो धाराओं की उत्पत्ति हुई। इन्हीं दोनों धाराओं में अनुभूति, विचार और अभिव्यक्ति की समानता अधिक है, वैषम्य बहुत कम। | Keywords : | | |
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