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Article Name : | | अंचल जी के काव्य की शिल्पगत विवेचना | Author Name : | | डाॅ. नीता सिंह | Publisher : | | Ashok Yakkaldevi | Article Series No. : | | ROR-3392 | Article : | | | Author Profile | Abstract : | | कवि के सौंदर्य बोध की परिचायिका शिल्प सौंदर्य हैं अर्थात उसका कलापक्ष हैं। कवि, प्रकृति और जीवन से प्रेरणा और सामग्री लेता है और अपनी कल्पना के द्वारा रचना की विशेष प्रक्रिया से पार होकर उसे काव्य के रुप में प्रस्तुत कर देता हैं। | Keywords : | | |
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