जल संसाधन किसी देश की आर्थिक उन्नति में महत्वपूर्ण योगदान करता है। अन्य प्राकृतिक संसाधनों मिटटी, खनिज, वन आदि की तरह जल एक महत्वपूर्ण संसाधन है। समस्त प्राणी वर्ग इसके बिना जीवित नही रह सकता यह जीवन का मूल आधार है इसी लिए जल को वेदों में रत्न की संज्ञा दी गयी है। प्राचीन काल में जब मनुष्य विचरण अवस्था में था आकर्षित जल ने उन्हे एक स्थान पर स्थाई रूप से रहने के लिए वाध्य किया जल से ही खेती आदि कुटीर उद्योगों को विकसित किया इसकी स्पष्ट पुष्टि नदी घाटी सभ्यताओं द्धारा होती है। वर्तमान युग में जल का उपयोग अनेक कार्यों में किया जा रहा है। |