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Article Name : | | हिंदी का घुमंतू साहित्य: एक बहुआयामी साहित्यिक और सामाजिक विमर्श | Author Name : | | प्रा. प्रमोध घन | Publisher : | | Ashok Yakkaldevi | Article Series No. : | | ROR-16221 | Article : | |  | Author Profile | Abstract : | | यह रिपोर्ट हिंदी साहित्य की महत्वपूर्ण धारा 'घुमंतू साहित्य' का गहन विश्लेषण प्रस्तुत करती है। यह विमर्श को इसकी दो भिन्न, किंतु परस्पर संबंधित, अभिव्यक्तियों में विभाजित करती है: पहला, 'यात्रा साहित्य' जो यायावरी वृत्ति से प्रेरित है, और दूसरा, 'विमुक्त एवं घुमंतू समुदाय साहित्य' जो एक उपेक्षित समाज की वास्तविक जीवन-यात्रा का चित्रण करता है। र | Keywords : | | - घुमंतू साहित्य,यात्रा साहित्य,
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