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| Article Name : | | | मुंशी प्रेमचंद के उपन्यास 'गोदान' की प्रासंगिकता | | Author Name : | | | प्रा. प्रमोध घन | | Publisher : | | | Ashok Yakkaldevi | | Article Series No. : | | | ROR-16220 | | Article : | |  | Author Profile | | Abstract : | | | यह रिपोर्ट मुंशी प्रेमचंद के कालजयी उपन्यास 'गोदान' की गहन प्रासंगिकता का विश्लेषण करती है। वर्ष 1936 में प्रकाशित यह कृति भारतीय ग्रामीण जीवन और कृषि-संस्कृति का एक महाकाव्य है। | | Keywords : | | |
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