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| Article Name : | | | संघर्षाची यशोगाथा – ‘ हे ही दिवस जातीलच ’ (आत्मचरित्र) डॉ उद्धव भाले | | Author Name : | | | डॉ. दयानंद लिबाजी भोवाळ | | Publisher : | | | Ashok Yakkaldevi | | Article Series No. : | | | ROR-15247 | | Article : | |  | Author Profile | | Abstract : | | | मानवी जीवनामध्ये साहित्य , समाज , संस्कृती आणि वैचारिक बौद्धिक जाणीव ही अत्यंत महत्त्वाची आहेत वैचारिक क्रांतीतून समाज जीवनात क्रांती होत असते, त्याचे प्रतिबिंब साहित्यातून अभिव्यक्त होत असते . | | Keywords : | | - समाज , ,संस्कृती,,वैचारिक बौद्धिक जाणीव,,डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर,
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