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Article Name : | | मुंशी प्रेमचंद की दुर्दशा सामाजिक वर्चस्व और वर्ग संघर्ष का प्रतीक | Author Name : | | गिरी दीपा व्यंकटगीर | Publisher : | | Ashok Yakkaldevi | Article Series No. : | | ROR-14764 | Article : | | | Author Profile | Abstract : | | मुंशी प्रेमचंद भारत के पहले प्रगतिशील और सक्रिय लेखक थे, जिन्होंने परिणामों की परवाह किए बिना बेहद रूढ़िवादी समाज में महिलाओं के मुद्दों को स्वतंत्र रूप से और निडरता से उठाया। उनका दृढ़ विश्वास था कि महिला भारतीय समाज का केंद्रीय स्तंभ है जिस पर भारतीय समाज की संपूर्ण संरचना खड़ी है। | Keywords : | | |
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