Article Details :: |
|
Article Name : | | आचार्य विश्वनाथ के अनुसार संकेतग्रह का अभिधा निरुपण | Author Name : | | Karanghiya Mulubhai Devabhai | Publisher : | | Ashok Yakkaldevi | Article Series No. : | | ROR-14180 | Article : | | | Author Profile | Abstract : | | संसार में अनन्त शब्द विद्यमान है। शब्द की महत्ता तब होती है जब वह अपने उचित अर्थ के साथ समन्वित होता है। शब्द से अर्थ की प्रतीति का कार्य शब्दशक्ति द्वारा होता है। शास्त्रों में शब्दशक्ति के विवेचन में अभिधा शक्ति को मुख्य शब्दशक्ति के रुप में प्रतिपादित किया है। | Keywords : | | |
|
|
|