Article Details :: |
|
Article Name : | | शंकर मत में सामाजिक अवबोध और मोक्ष परामर्श | Author Name : | | Karanghiya Mulubhai Devabhai | Publisher : | | Ashok Yakkaldevi | Article Series No. : | | ROR-14178 | Article : | | | Author Profile | Abstract : | | आचार्य शंकर के दर्शन को परंपरागत एवं आधुनिक आलोचकों ने ‘जगन्मिथ्यावाद’ के रूप में विनियुक्त किया है। इस विषय में प्रचलित है कि इनके चिन्तन वितान में समाज और सामाजिकता का सर्वथा निषेध किया गया है। इसे समुचित नहीं माना जा सकता है। | Keywords : | | - आचार्य शंकर,मोक्ष परामर्श,
|
|
|
|