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| Article Name : | | | मतकरींची व्यावसायिक नाटके | | Author Name : | | | प्रविणा नागपूरकर | | Publisher : | | | Ashok Yakkaldevi | | Article Series No. : | | | ROR-13904 | | Article : | |  | Author Profile | | Abstract : | | | नाटक हा नुसता वाचनाचा किंवा नुसता बघण्याचा साहित्यप्रकार नसून तो अनुभवण्याचा ,जगण्याचा साहित्य प्रकार आहे . नव्हे मानवी जीवनाच्या गुंतागुंतीचा वेध घेणार एक आरसा असतो . मतकरी काळाची आणि त्यांच्या स्वतःच्या संस्थेची गरज पाहून ते व्यावसायिक नाटक लेखनाकडे वळलेले आहेत. | | Keywords : | | - 'आरण्यक' ,पौराणिक ,ब्रह्महत्या' ,'अश्वमेध' ,
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