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Article Name : | | पं. महादेवशास्त्री जोशी यांचे कथाविश्व | Author Name : | | प्रा. डॉ. नामदेव विट्ठल गवळी | Publisher : | | Ashok Yakkaldevi | Article Series No. : | | ROR-13521 | Article : | |  | Author Profile | Abstract : | | जगातील कोणत्याही भाषेत प्रारंभीच्या काळात इतर वाङमयप्रकारांच्या तुलनेत कथात्म साहित्याला अधिक बहर आलेला आढळून येतो. पं. महादेवशास्त्री जोशी हे चतुरस्त्र साहित्यिक, विविध साहित्यप्रकार त्यांनी समर्थपणे हाताळले. १९४५ ते १९६१ हा कालखंड मराठी कथेच्या दृष्टीने सुवर्णयुग ठरत असला तरी गोमंतकीय कथेच्या बाबतीत मात्र असे म्हणता येणार नाही. | Keywords : | | - पं. महादेवशास्त्री जोशी,कथाविश्व,
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