|
Article Details :: |
|
|
| Article Name : | | | मराठी बखर: एक स्वतंत्र वाड्.मय प्रकार | | Author Name : | | | प्रा. डाॅ. जे. एफ. पाटील | | Publisher : | | | Ashok Yakkaldevi | | Article Series No. : | | | ROR-11625 | | Article : | |  | Author Profile | | Abstract : | | | मध्ययुगीन मराठीतील विवक्षित (उद्दिष्ट, नेमका) गद्य वाड्.मयाला ‘बखर’ म्हटले जाते. बखर वाड्.मयाचे स्वरूप अभ्यासले असता ते ‘चरित्र’, ‘आख्यान’ किंवा ‘वंशानुकथन’ या प्रकारचे वाटते. | | Keywords : | | |
|
|
|